Sanjha Morcha

3 die as Army fires on mob in Sonepat

6,500 paramilitary staff, besides Army columns, deployed to assist the state govt to restore peace

Tribune News Service,Sonepat, February 22

Three persons were killed and nine others injured as the Army opened fire to control stone-pelting protesters who had blocked the National Highway-1 at Larsoli village between Murthal and Gannaur today.Deputy Commissioner Rajiv Rattan neither confirmed nor denied the number of deaths.The injured have been admitted to BPS Women Medical College Hospital at Khanpur Kalan. The mob is learnt to have attacked personnel of Army and paramilitary forces, leading to a clash in which there were some “casualties”, said an official. The protesters torched around 70 vehicles, including the vehicle of Gannaur SDM, 12 trucks and three private buses.The NH-1 was opened for traffic around 6.15 pm, giving relief to thousands of commuters who were stranded at various places. Sources said the security personnel had to again use force to remove the protesters who had blocked the GT Road near Hasanpur, Kumaspur and Beeswan Meel villages. One youth was reportedly injured in the incident. There was tension in the entire area, but efforts were being made to bring the situation under control, he said. The latest incident came within hours after two columns of the Army comprising around 150 personnel, besides CRPF and Haryana Police contingents took control of the Munak canal at around 4 AM today from protesters had cut off the water supply to Delhi, from Akbarpur-Barota in Sonepat. Sonepat, Rohtak, Jhajjar, Bhiwani and Hisar have been the worst-hit districts of the ongoing Jat stir.The protesters continued to block some roads including the arterial Delhi-Ambala highway, demanding a written assurance that the community will be given reservation in the state.Meanwhile, one more casualty was reported at Safidon in Jind district late on Sunday. The deceased has been identified as Naveen Kumar, a resident of Safidon town. He had received major injuries in the clashes with security forces in the evening. 

Centre orders use of force to lift blockades

Centre orders use of force to lift blockades

New Delhi, February 22

The Centre today directed security forces to forcefully clear blockades put by Jats, whose violent agitation has paralysed normal life in Haryana.The Central security personnel deployed to assist the Haryana administration were instructed to bring back normalcy as early as possible as there is a feeling of a breakdown in the law-and-order situation, a senior government official said.“The security forces were asked to use force to clear all places where the protesters were squatting affecting communication network and water supply,” the official said.As the National Highway-1, the lifeline of Haryana, Punjab, Chandigarh, J&K, Himachal Pradesh and Chandigarh, was blocked for the third consecutive day, the Centre has given top most priority to clear the vital road link.The railway link between Delhi and Ambala and beyond was also snapped due to the protests and subsequent violence by Jats, who have been demanding reservation in jobs.As road and train communication links were disrupted, there have been reports of sky rocketing airfare between Delhi and Chandigarh.The National Highway-10 connecting Hisar, Jind and Rohtak with Delhi has also been blocked completely and instruction has been issued to clear the road too.Security forces were also asked to act against anyone who indulges in violence, damaging public and private property.At least 6,500 paramilitary forces besides Army columns were deployed to assist the Harayan Government to restore peace after several days of violence.The Centre was particularly anxious that despite an announcement of accepting their demands, Jats were yet to shun violence and blockades were continuing.Last night, Union Home Minister Rajnath Singh had announced that a committee headed by Union Minister Venkaiah Naidu has been formed to look into the demand for reservation in Central government jobs for Jats.Earlier, BJP general secretary Anil Jain had announced that the BJP government in Haryana will bring a legislation in the coming session of the Haryana Assembly to give the OBC status to Jats. PTI

NH-1 on priority

  • The Centre has given top most priority to clear the National Highway-1
  • The vital road link was blocked for the third consecutive day on Monday
  • The highway is considered as the lifeline of Haryana, Punjab, Chandigarh, J&K, Himachal and Chandigarh

FIR sought against Hooda’s political adviser

BHIWANI, FEBRUARY 22

Demanding the registration of a criminal case against Prof Virender Singh for hatching a conspiracy, Murari Lal Gupta, president of the Bhiwani Sudhar and Vikas Samiti, has sent a complaint to the DGP, seeking action against the former.Gupta, who has also filed a PIL in the High Court against the failure of the state government in curbing the open loot and group clashes, said: “Prof. Virender Singh, political adviser to former CM Bhupinder Singh Hooda, has been heard provoking Capt Mann Singh Dalal (retired), spokesperson of the Dalal khap Chaurasi, to create a law and order problem in the Sirsa area”.He said Virender was heard saying that though the protest was doing well in his area (Rohtak), not much protest was reported in Sirsa district. — TNS

थम नहीं रही हिंसा, मंत्री अापस में भिड़े

Posted On February – 22 – 2016

पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 22 फरवरी
रविवार को हुई सरकार और जाटों के बीच वार्ता के बाद सुबह खोले गये जीटी रोड पर सोमवार की सुबह फिर से जाम लगा दिया गया। इसे हटाने के लिए सेना पहुंची तो कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया। इसी दौरान फायरिंग में 3 लोगों की मौत हो गयी और दर्जन भर से अधिक जख्मी हो गये। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका भी जतायी जा रही है। प्रशासन ने जिले में 24 फरवरी तक सभी शिक्षण संस्थानों में छुट‌्टी करने की घोषणा की है।
इधर, सेना ने पूरे हाईवे को एक बार आंदोलनकारियों के कब्जे से मुक्त करा दिया था, लेकिन दोबारा दो जगह जाम लगा दिया गया। समाचार लिखे जाने तक सेना और आंदोलनकारियों में टकराव जारी था। हालांकि सेना के जाने के बाद लड़सौली के पास से फिर से हाईवे को जाम कर दिया गया है।  सोमवार सुबह कुछ देर के लिए जाम खोले जाने के बाद फिर से कुछ आंदोलनकारी जुट गये। वहां पर उन्होंने दर्जन भर वाहनों में आगजनी कर दी। इसी दौरान मौके पर पहुंची पुलिस व आईआरबी की टीम ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह उनसे भिड़ गये। बाद में आंदोलनकारियों के कड़े तेवर देख सेना की टीम भी मौके पर पहुंच गयी। कुछ युवकों ने एक पुलिस अधिकारी को घेरने का प्रयास किया, तो सेना ने फायरिंग कर दी। इसमें गांव गुमड़ फिलहाल गांधी नगर गन्नौर निवासी सन्नी और पांची जाटान के संदीप की मौत हो गयी। एक अन्य लड़सौली के युवक की भी मौत हुई है, जिसकी पहचान का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही करीब 9 लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। बाद में वहां से रास्ता खुल गया। इसके बाद टीम ने गांव हसनपुर मोड़ पर लाठीचार्ज कर रास्ता खुलाया। वहां से टीम कुमासपुर पहुंची और लाठी चार्ज और आंशू गैस के गोले छोड़े। बाद में गोलीबारी भी की गयी, इसमें एक युवक घायल हुआ है। इस दौरान लाठीचार्ज में 15 लोग घायल हुए हैं। घायलों में चार को पीजीआई रोहतक व तीन को खानपुर रेफर किया गया है। बाद में सेना की टीम ने बीसवां मील में लाठी चार्ज कर जाम खुलवाया। शाम को लड़सौली में करीब 250 आंदोलनकारियों ने फिर रोड जाम कर दिया।
मालगाड़ी में भी आग : वहीं, राजलू गढ़ी में रेलवे ट्रैक भी जाम रहा और आंदोलनकारियों ने वहां खड़ी मालगाड़ी की बोगी में आग लगा दी। आगजनी की सूचना पाकर दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और काबू पाया गया। टीम ने आंदोलनकारियों ने मौके से हटाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन आंदोलनकारी वहां से नहीं हटे। इधर, देर रात तक सेना और आंदोलनकारियों में चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहा। जहां से सेना हटती थी, वहां फिर से आंदोलनकारी जाम लगा देते। जब सेना पहुंचती, तो वहां से भाग खड़े होते। कई जगह सेना ने लाठीचार्ज किया और आसू गैस के गोले दागे। सेना ने चेताया कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
कर्फ्यू अगले 24 घंटे तक बढ़ाया: साथ ही प्रशासन ने अगले 24 घंटे के लिए कर्फ्यू बड़ा दिया है। अब गन्नौर में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सोनीपत शहर व गन्नौर के बाजार भी बंद कराए, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना ना घटे।
डीएसपी की गाड़ी भी फूंकी
गौरतलब है कि रविवार रात को आरक्षण दिये जाने की सूचना के बाद ज्यादातर स्थानों पर हाईवे खुल गया था। हालांकि सोनीपत के लड़सौली के सामने देर रात भी कुछ लोग हाईवे पर डटे रहे। इस दौरान मौके पर पहुंची एसडीएम संगीता तितरवाल, डीएसपी सतीश की गाड़ियों समेत 4 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

हांसी : 24 घर फूंके, दुकानों में लूटपाट
हिसार (हप्र) : हांसी के गांव ढाणी पाल आैर सिसाय को निशाना बनाकर 24 घर जला दिये। ग्रामीणों के बीच फायरिंग में एक व्यक्ति घायल हो गया। लूटपाट से गुस्साए व्यापारियों ने अपनी दुकानें खाली कर दी। वहीं प्रशासन ने सिसाय बोलान, सिसाय कालीरावण, ढाणी पाल और सैनीपुरा में कर्फ्यू लगा दिया, लेकिन हिंसा फिर भी चलती रही। सिसाय और जग्गाबाड़ा गांव को जोड़ने वाले पुल को तोड़ने का भी प्रयास किया।

कैथल : शॉपिंग मॉल लूटा, बाजारों में तबाही
कैथल (हप्र) : कैथल में सोमवार को दिनभर अराजकता का माहौल रहा। उपद्रवियों ने शहर के मशहूर पदमा सिटी शॉपिंग मॉल को लूटा और जमकर तोड़फोड़ की। इसके अलावा जन्नत होटल, एसपी कोठी के सामने सैनी समोसे वाला, अंबाला रोड पर पुलिस चौकी के पास करियाना की दुकान और ढाबे को भी लूट लिया गया। इस दौरान मौके पर खड़ी पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

पिहोवा : जाम खुलवाने आये लोगों को पीटा
पिहोवा  (निस) : मुख्य चौक पर जाम लगाकर बैठे जाटों का जाम खुलवाने पहुंचे शहरवासियों और पुलिस में टकराव हो गया। यहां देर रात तक पुलिस अौर नाराज गैर जाटों में पत्थरबाजी होती रही। बाद में पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। दर्जनों लोगों को चोटें आई। बाद में दबाव में अाकर पुलिस को धरने पर बैठे जाटों को भी मौके से हटाना पड़ा। शहर में हालात तनावपूर्ण है।

हिसार : हाईवे खोला, ट्रैक पर डटे रहे
हिसार (हप्र) : पिछले छह दिन से रामायण गांव के समीप हिसार-दिल्ली हाईवे और रेलवे ट्रैक जाम किये बैठे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने सोमवार को बैठक कर हाईवे खोलने का ऐलान कर दिया। यह ऐलान समिति के प्रदेश सचिव महेंद्र पूनिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया। उन्होंने कहा कि सांसद राजकुमार सैनी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाये और जाटों को ओबीसी में शामिल किया जाए। आंदोलन में मारे गये लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा, एक-एक सरकारी नौकरी दी जाए।

नहर पर फौज का कब्जा : सोनीपत जिले में गांव बिंदरौली के पास सोमवार को मुनक नहर की सुरक्षा में तैनात सेना के जवान।  आंदोलनकारियों ने हरियाणा से दिल्ली को पानी लाने वाली मुनक नहर को काफी नुकसान पहुंचाया है। सेना ने सोमवार सुबह इस नहर से आंदोलनकारियों को खदेड़ कर इस पर अपना कब्जा कर लिया है, लेकिन नहर की मरम्मत में अभी वक्त लगने के आसार हैं। -एएफपी

सफीदों  : विधायक, बेटे के खिलाफ हत्या का केस
सफीदों (निस) : सफीदों में रविवार को विधायक जसबीर देशवाल के मकान से चलाई गयी गोली से घायल हुए वार्ड-2 निवासी नवीन सैनी ने सोमवार को पीजीआई खानपुर में दम तोड़ दिया। एक युवक की रविवार को ही मौत हो गयी थी। विधायक जसबीर देशवाल, उनके बेटे जितेंद्र सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

लोहारू : दुकान को लगाई आग
लोहारू  (निस) : जाट आरक्षण को लेकर लोहारू में रविवार की पूरी रात दहशतगर्दी छाई रही। एक दुकान को आग लगा दी गयी। रात 11 बजे आगजनी की सूचना मिलते ही शहर के दुकानदार और आमजन हजारों की संख्या में लाठियां और कुल्हाड़े लेकर सड़कों पर आ गये। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रही।

भिवानी : पेट्रोल पंप, दुकानें जलाई
भिवानी (हप्र) : जिले में रोहतक रोड पर गांव सांवड़ में रविवार रात एक पेट्रोल पंप और 2 दुकानों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। पुलिस और सेना की टुकड़ी ने पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। वहीं बौंद कलां में भी कुछ दुकानों में तोड़फोड़ हुई। जिले में दिनभर कर्फ्यू जैसा माहौल रहा। और भी कई ग्रामीण इलाकों में माहौल खराब रहा।

हरियाणा में 9 दिन से चल रहे जाट आंदोलन के दौरान फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। सोमवार को भी सोनीपत, कैथल, हिसार और पिहोवा में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। यहां जवाबी कार्रवाई में 3 लोगों की मौत की खबर है। हिसार में हांसी अनुमंडल के 5 गांवों और हिसार शहर की सीमा में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच शाम को आल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने राजमार्गों पर अपना धरना हटाने की घोषणा की।

सीएमओ में हंगामा, विज की इस्तीफे की पेशकश

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 फरवरी।
हरियाणा के जाटों को राहत देने का फैसला कब, कहां और किसने किया यह यक्ष प्रश्न बन गया है। खट्टर मंत्रिमंडल की इमरजेंसी मीटिंग भी सोमवार को हुई लेकिन जाटों को मुआवजा व राहत का कोई फैसला इसमें नहीं लिया गया। लेकिन जब कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने ट्वीट करके मारे गये लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की मदद और एक-एक सदस्य को नौकरी का खुलासा किया तो इससे सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में हंगामा खड़ा हो गया।
दरअसल, सुबह करीब 11 बजे सरकार ने फैसला लिया कि डेढ़ बजे कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग होगी। मीटिंग के लिए कोई एजेंडा तय नहीं था। करीब सवा एक घंटा बैठक चली। बैठक में फील्ड के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भूमिका का मूल्यांकन करने का फैसला हुआ। साथ ही, प्रदेशभर में हुये नुकसान का आकलन करने के लिए सभी जिलों से रिपोर्ट मंगवाने का निर्णय हुआ।    लेकिन किसी भी तरह के मुआवजे या राहत का कोई फैसला नहीं हुआ। मीटिंग के बाद करीब 3 बजे संसदीय कार्यमंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा ब्रीफिंग के लिये मीडिया के सामने आये। उन्होंने साफ कहा कि मुआवजे को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। प्रेस कानफ्रेंस समाप्त भी हो गई। फिर 4 बजे कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने अपने ट्वीटर हेंडल पर लिखा ‘मारे गये निर्दोष लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। किसी के खिलाफ भी झूठे केस दर्ज नहीं होंगे।’ धनखड़ का यह ट्वीट चंद ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और न्यूज चैनलों में भी सुर्खियां बना। यह ट्वीट देखते ही स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आग-बबूला हो उठे और सीधे जा पहुंचे सीएम ऑफिस में। यहां वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा व कुछ अन्य मंत्री भी मौजूद थे। सीएम कार्यालय में जाते ही विज ने मुआवजे पर हंगामा कर दिया। उन्होंने यहां तक कहा कि जब कैबिनेट में फैसला हुआ ही नहीं तो फिर यह खबर कैसे आ गई। पर इसका सवाल न तो सीएम के पास था और न ही किसी मंत्री के पास। करीब सवा 4 बजे रामबिलास शर्मा मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि सरकार ने मृतकों को राहत व मुआवजा देने का निर्णय लिया है। निर्णय कब हुआ और किसने लिया, इसका जवाब उनके पास भी नहीं था। इसी दौरान कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने भी मीडिया में कहा कि मुआवजे का फैसला हुआ है। अलबत्ता इसके बाद दोनों ही नेताओं, रामबिलास व धनखड़ के हवाले से जारी की गई प्रेस रिलीज में भी मुआवजे का खुलासा किया गया। रामबिलास की प्रेस रिलीज शाम को 7 बजकर 24 मिनट पर और धनखड़ की 7 बजकर 44 मिनट पर आयी।

क्या देगी सरकार

  • आंदोलन में मारे गये निर्दोष लोगों के परिजनों को 10-10 लाख की आर्थिक मदद
  • मृतकों के परिजनों के एक-एक सदस्य को नौकरी
  • किसी के खिलाफ भी दर्ज नहीं होगा झूठा मुकदमा
  • निजी संपत्ति के नुकसान का  एक माह में मिलेगा मुआवजा

विज ने दिया इस्तीफा, नामंजूर
खट्टर मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सीएमओ में हंगामा हुआ। कृषि मंत्री धनखड़ के रवैये से भड़के राज्य के अनिल विज ने खट्टर को इस्तीफा देने की धमकी दे दी। विवाद बढ़ा तो खट्टर ने विज को कोठी पर बुलाया और बंद कमरे में करीब आधा घंटा बातचीत की तो विज मान गये ।