Sanjha Morcha

रक्षा मंत्री ने माना- कुछ कमियां थीं

पठानकोट, 5 जनवरी (निस)
पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के चौथे दिन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्वीकार किया कि कुछ कमियां थीं जिनकी वजह से यह हमला हुआ। मंगलवार को एयरबेस पर पहुंचे पर्रिकर ने हालात का जायजा लेने के बाद कहा कि 6 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ खत्म हो चुकी है, हालांकि तलाशी अभियान अभी जारी है।
उन्होंने सवालों के जवाब में कहा, ‘अंदर फिलहाल कोई संदिग्ध आतंकवादी नहीं है। मैं तलाशी अभियान के पूरा होने तक कोई नकारात्मक रिपोर्ट नहीं दूंगा। तलाशी अभियान कल पूरा हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के एके47, अंडर ग्रेनेड बैरेल लांचर, स्विस एवं कमांडो चाकू, 40-50 किलोग्राम गोलियां और 3-4 दर्जन मोर्टार थे। पाकिस्तानी संबंध के बारे में पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि आतंकवादियों ने कुछ ऐसी सामग्री व हथियारों का इस्तेमाल किया जो पाकिस्तान में निर्मित थे।
सवालों के जवाब में पर्रिकर ने कहा, ‘मैं कुछ कमियां देखता हूं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि सुरक्षा से कोई समझौता हुआ है। एक बार जांच पूरी होने के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा के हर विवरण के बारे में चर्चा नहीं की जा सकती और कुछ बातें जांच के लिए छोड़िये। पर्रिकर ने कहा कि उन्हें इसको लेकर चिंता है कि आतंकवादी वायुसेना अड्डे के भीतर कैसे घुस गये।
रक्षा मंत्री ने ऐलान किया कि हमले के दौरान जिन सात सुरक्षाकर्मियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरुड़ कमांडो को छोड़कर कोई भी प्रत्यक्ष अभियान में नहीं मारा गया।

पर्रिकर ने थपथाई सुरक्षा बलों की पीठ, सीएम खट्टर ने सम्मान में छुए शहीद की मां के पैर

अभियान को बहुत मुश्किल करार देते हुए पर्रिकर ने कहा कि सभी संपत्तियां और परिवार सुरक्षित हैं। सिर्फ उस इमारत को नुकसान पहुंचा है जिसमें आतंकवादी थे। उन्होंने सेना, वायुसेना और एनएसजी के साझा प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्हें भविष्य में साझा प्रशिक्षण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती ध्यान वायु अड्डे की सभी संपत्तियों को सुरक्षित रखने पर था, जहां 3000 परिवार रहते हैं और पांच से छह देशों के प्रशिक्षु भी हैं। रक्षा मंत्री ने बताया कि मुठभेड़ शनिवार तड़के 3:30 बजे शुरू हुई और आतंकवादियों के साथ आखिरी संपर्क रविवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। पर्रिकर ने कहा कि इसके बाद से तलाशी अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि छठे आतंकवादी का शव अभी बरामद नहीं किया गया, क्योंकि एजेंसियों को लगता है कि शव के साथ विस्फोटक हो सकता है।

3 बार बदली गयी आपरेशन की कमान
नयी दिल्ली, (ट्रिन्यू) : एयरबेस से आतंकवादियों को निकालने के आपरेशन में इसे गंभीर कमियां कहा जाये या कुछ और कि इस कार्रवाई का नियंत्रण तीन बार बदला गया। अपने आप में यह एक बहुत ही असामान्य सी बात है। अलग-अलग समय पर सेना, वायुसेना और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के हाथ में आपरेशन की कमान रही।

गुरदासपुर पहुंचे बीएसएफ के डीजी
बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल डीके पाठक ने मंगलवार को गुरदासपुर पहुंचकर उझ नदी के आसपास चलाये जा रहे जांच अभियान का जायजा लिया। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद से बीएसएफ इन आतंकियों की घुसपैठ के सुराग तलाशने में जुटी है। यह नदी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ बहती है और पठानकोट से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर है। रावी नदी के आसपास भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

नवाज ने मोदी को फोन कर जल्दी और निर्णायक कार्रवाई का दिया भरोसा

Posted On January – 5 – 2016

नयी दिल्ली, 5 जनवरी (एजेंसियां)

पठानकोट में वायुसेना बेस पर आतंकवादी हमले के मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जल्दी और निर्णायक कार्रवाई का भरोसा दिया है। शरीफ ने मंगलवार को मोदी को फोन किया। उन्होंने ‘त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई” का वादा किया।
गौर हो कि भारत की ओर से पाकिस्तान को इस संबंध में जरूरी सूचनाएं उपलब्ध कराई गयी हैं। रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि शरीफ ने आतंकवादी हमले में मौतों पर दुख जताया और मोदी से कहा कि ‘आतंकवादी दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया को हमेशा ही पटरी से उतारने का प्रयास करते हैं।’ शरीफ ने कहा कि उनका देश पूरा सहयोग करेगा और भारत की ओर से मुहैया कराये गए ‘सुराग’ और ‘सूचना’ की जांच करेगा। टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान मोदी ने शनिवार को शुरू हुए आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया। रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका गए शरीफ ने मोदी से कहा कि उनका देश जांच में भारत के साथ पूरा सहयोग करेगा। रेडियो पाकिस्तान ने शरीफ के हवाले से कहा, ‘पाकिस्तान भारत सरकार की ओर से उपलब्ध कराये गए सुराग एवं सूचना की जांच करेगा।’ शरीफ की ओर से फोन तब किया गया जब हमले में पाकिस्तान का संबंध स्पष्ट हो गया है।
पीएमओ ने दिया बातचीत का विवरण : प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि मोदी को मंगलवार दोपहर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकवादी हमले के सिलसिले में फोन किया।
उधर, अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह हमले के मास्टरमाइंड के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।

बयानों में विरोधाभास, संदेह के घेरे में एसपी सलविंदर

Posted On January – 5 – 2016

पठानकोट, 5 जनवरी (एजेंसियां)

आतंकियों के चंगुल से किसी तरह निकल आये पंजाब पुलिस के गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सलविंदर सिंह संदेह के घेरे में आ गये हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उनके और उनके साथ दो अन्य लोगों के बयान लिये हैं। बयानों में विरोधाभास पर एनआईए का माथ ठनका है।
अपहरण की घटना को लेकर एसपी की मीडिया में बयां की गई कहानी और एनआईए की पूछताछ में बदले हुये बयानों से वह संदेह के घेरे में आ गये हैं। इसके अलावा उनके साथ अगवा किये गये उनके रसोईये तथा एक अन्य मित्र राजेश वर्मा के बयान भी उनकी दास्तां से मेल नहीं खा रहे हैं। ऐसे में एनआईए ने एसपी से फिर से पूछताछ करने का फैसला लिया है। इसके अलावा वह उन्हें उन सभी स्थानों पर ले जाएगी जहां से आतंकियों ने उनकी गाड़ी छीन कर उसमें अगवा किया और उन्हें चलती गाड़ी से फेंका। जांच एजेंसी उन्हें उस ख्वाजा मज़ार पर भी ले जाएगी जहां से वह घटना वाले दिन मत्था टेक कर लौट रहे थे। एनआईए ने उन लोगों से पूछताछ की भी सूची तैयार की है जो उस दिन मज़ार पर मौजूद थे ताकि एसपी की दास्तां से उनके बयानों का मेल कर हकीकत का पता लगाया जा सके। एनआईए इसके अलावा एसपी, उनके रसोईए और राजेश वर्मा से आमने सामने बिठा कर भी पूछताछ करेगी। उसने घटना के दिन एसपी की गाड़ी की लोकेशन का पता लगाने के लिये पठानकोट गुरदासपुर टोल प्लाज़ा के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज़ खंगालने तथा उन सभी नाको पर तैनात पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ करने का फैसला किया जहां से एसपी की गाड़ी गुजरी।

एसपी ने कहा-हाथ बांधकर फेंक गये थे, दोबारा आये मारने
एसपी सलविंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी आंखों पर पट्टी लगाकर हाथ बांध दिये गये थे। सलविंदर सिंह ने कहा कि एके 47 राइफल से लैस आतंकवादियों को पहले यह पता नहीं चला कि वह एक पुलिस अधिकारी हैं। बाद में सुरक्षाकर्मी के फोन आने और गाड़ी में हूटर लगे होने से उन्हें इस बात का यकीन हुआ। एसपी ने बताया, ‘वे मुझे मारने लौटे लेकिन तब तक मैं हाथ खोलकर वहां से निकल आया था।’ उन्होंने कहा कि आतंकवादी उर्दू, पंजाबी और हिन्दी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चूंकि अंधेरा काफी था, इसलिए हम आतंकवादियों की सही संख्या का पता नहीं लगा सके लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वे चार या पांच थे। सलविंदर ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा गाड़ी लूटने के तुरंत बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी । इसके बाद डीजीपी, एडीजीपी एवं अन्य अधिकारी पठानकोट पहुंचे। यह पूछने पर कि वे सामान्य कपड़े क्यों पहने हुए थे और उनका सुरक्षाकर्मी उनके साथ क्यों नहीं था, सलविंदर ने कहा कि वह पीरबाबा की दरगाह पर गये थे इसलिये इस तरह गये थे।

ज्वेलर राजेश ने कहा-’कमांडर साहिब’ को कर रहे थे फोन
आतंकवादियों ने एसपी के जिस ज्वेलर मित्र राजेश वर्मा को चाकू मारकर घायल कर नीचे फेंक दिया था, उन्होंने भी वारदात वाली रात की दास्तां बताई। वर्मा ने कहा कि जिन आतंकवादियों ने उनका अपहरण किया वे किसी ‘कमांडर साहिब’ से लगातार संपर्क में थे और हर दस मिनट पर उन्हें फोन कर रहे थे। आतंकवादियों ने ‘कमांडर साहिब’ से कहा कि इलाका ‘शांतिपूर्ण’ लगता है और वे आसानी से लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे। वर्मा ने हथियारों से लैस आतंकवादियों को यह कहते सुना, ‘हमारा काम इंशा अल्लाह फतेह हो जाएगा।’ वर्मा के मुताबिक, ‘चालक की सीट के पास बैठे व्यक्ति को ‘मेजर साहिब’ कहा जा रहा था। वे उर्दू में बात करते थे और मैं ‘इंशा अल्लाह’ के सिवाय कुछ नहीं समझ पा रहा था।’

ਪਠਾਨਕੋਟ ਹਮਲਾ: ਸ਼ਰੀਫ਼ ਵੱਲੋਂ ਮੋਦੀ ਨੂੰ ਕਾਰਵਾੲੀ ਦਾ ਭਰੋਸਾ

Posted On January – 5 – 2016

ਸ੍ਰੀਲੰਕਾ ਤੋਂ ਕੀਤਾ ਮੋਦੀ ਨੂੰ ਫੋਨ, ਹਮਲੇ ਵਿੱਚ ਮੌਤਾਂ ’ਤੇ ਪ੍ਰਗਟਾੲਿਅਾ ਦੁੱਖ;

ਸ਼ਾਂਤੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਜਾਰੀ ਰੱਖਣ ਦਾ ਵਾਅਦਾ

ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਸਰਕਾਰ ਤੁਰੰਤ ਸਖ਼ਤ ਅਤੇ ਫੈਸਲਾਕੁਨ ਕਾਰਵਾੲੀ ਕਰੇ : ਮੋਦੀ

ਭਾਰਤ ਨੇ ਜੋ ਸੂਚਨਾ ਮੁਹੱੲੀਅਾ ਕਰਵਾੲੀ ਹੈ, ੳੁਸ ’ਤੇ ਪੂਰੀ ਕਾਰਵਾੲੀ ਕਰਾਂਗੇ : ਸ਼ਰੀਫ਼

ਨਵੀਂ ਦਿੱਲੀ, 5 ਜਨਵਰੀ
ਪਠਾਨਕੋਟ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ’ਤੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਨਾਲ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੇ ਸਬੰਧ ਸਪਸ਼ਟ ਹੋਣ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਨਵਾਜ਼ ਸ਼ਰੀਫ਼ ਨੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਨਰਿੰਦਰ ਮੋਦੀ ਨੂੰ ਅੱਜ ਫੋਨ ਕਰਕੇ ੲਿਸ ਹਮਲੇ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ‘ਤੁਰੰਤ ਤੇ ਫੈਸਲਾਕੁਨ ਕਾਰਵਾੲੀ’ ਕਰਨ ਦਾ ਵਾਅਦਾ ਕੀਤਾ। ੲਿਸ ਹਮਲੇ ਬਾਰੇ ਭਾਰਤ ਨੇ ਅਾਪਣੇ ੲਿਸ ਗੁਅਾਂਢੀ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੇ ਕਾਰਵਾੲੀਯੋਗ ਸੂਚਨਾ ਮੁਹੱੲੀਅਾ ਕਰਵਾੲੀ ਗੲੀ ਹੈ। ਰੇਡੀਓ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਨੇ ਦੱਸਿਅਾ ਹੈ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਸ਼ਰੀਫ਼ ਨੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਵਿੱਚ ਹੋੲੀਅਾਂ ਮੌਤਾਂ ’ਤੇ ਦੁੱਖ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟਾਵਾ ਕੀਤਾ ਤੇ ਸ੍ਰੀ ਮੋਦੀ ਨੂੰ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮੇਸ਼ਾਂ ਦੋਵਾਂ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚਾਲੇ ਸ਼ਾਂਤੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਅਾ ਨੂੰ ਪਟਡ਼ੀ ਤੋਂ ਲਾਹੁਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰਦੇ ਹਨ। ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਪੂਰਾ ਸਹਿਯੋਗ ਕਰੇਗਾ ਤੇ ਭਾਰਤ ਵੱਲੋਂ ਮੁਹੱੲੀਅਾ ਕਰਵਾੲੇ ਗੲੇ ਸਬੂਤਾਂ ਤੇ ਸੂਚਨਾਵਾਂ ਦੀ ਜਾਂਚ ਕਰੇਗਾ। ਟੈਲੀਫੋਨ ’ਤੇ ਹੋੲੀ ਗੱਲਬਾਤ ਦੌਰਾਨ ਸ੍ਰੀ ਮੋਦੀ ਨੇ ਸ਼ਨਿਚਰਵਾਰ ਨੂੰ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋੲੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਲੲੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਲੋਕਾਂ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਤੁਰੰਤ ਕਾਰਵਾੲੀ ਕਰਨ ਦੀ ਲੋਡ਼ ’ਤੇ ਜ਼ੋਰ ਦਿੱਤਾ। ੲਿਸ ਹਮਲੇ ਵਿੱਚ ਛੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ਵਿੱਚ ਦਾਖਲ ਹੋ ਗੲੇ ਸਨ। ੲਿਸ ਦੌਰਾਨ ਹੋੲੇ ਮੁਕਾਬਲੇ ਵਿੱਚ ੲਿਕ ਲੈਫਟੀਨੈੱਟ ਕਰਨਲ ਸਣੇ ਸੱਤ ਸੁਰੱਖਿਅਾ ਜਵਾਨ ਸ਼ਹੀਦ ਹੋੲੇ ਹਨ। ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਸਕੱਤਰੇਤ (ਪੀਅੈਮਓ) ਨੇ ਦੱਸਿਅਾ ਕਿ ਅੱਜ ਦੁਪਹਿਰ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਪਠਾਨਕੋਟ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ’ਤੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਸਬੰਧੀ ਫੋਨ ਕੀਤਾ। ਪੀਅੈਮਓ ਨੇ ਬਿਅਾਨ ਵਿੱਚ ਕਿਹਾ ਕਿ ਟੈਲੀਫੋਨ ’ਤੇ ਹੋੲੀ ਗੱਲਬਾਤ ਦੌਰਾਨ ਸ੍ਰੀ ਮੋਦੀ ਨੇ ੲਿਸ ਗੱਲ ’ਤੇ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਜ਼ੋਰ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਨੂੰ ਪਠਾਨਕੋਟ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਲੲੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਤੇ ੳੁਸ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਲੋਕਾਂ ਤੇ ਸੰਗਠਨਾਂ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਠੋਸ ਅਤੇ ਤੁਰੰਤ ਕਾਰਵਾੲੀ ਕਰਨ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ। ਬਿਅਾਨ ਵਿੱਚ ਕਿਹਾ ਗਿਅਾ ਹੈ ਕਿ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਨੂੰ ਹਮਲੇ ਬਾਰੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੇ ਕਾਰਵਾੲੀਯੋਗ ਸੂਚਨਾ ਮੁਹੱੲੀਅਾ ਕਰਵਾੲੀ ਗੲੀ ਹੈ। ਪੀਅੈਮਓ ਨੇ ਦਾਅਵਾ ਕੀਤਾ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਸ਼ਰੀਫ਼ ਨੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਨੂੰ ਭਰੋਸਾ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਤੁਰੰਤ ਤੇ ਫੈਸਲਾਕੁਨ ਕਾਰਵਾੲੀ ਕਰੇਗੀ। ਰੇਡੀਓ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਨੇ ਦੱਸਿਅਾ ਕਿ ਤਿੰਨ ਦਿਨਾਂ ਯਾਤਰਾ ’ਤੇ ਸ੍ਰੀਲੰਕਾ ਗੲੇ ਸ਼ਰੀਫ਼ ਨੇ ਮੋਦੀ ਨੂੰ  ਕਿਹਾ ਕਿ ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਦੇਸ਼ ਜਾਂਚ ਵਿੱਚ ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਸਹਿਯੋਗ ਦੇਵੇਗਾ ਤੇ ਭਾਰਤ ਵੱਲੋਂ ਮੁਹੱੲੀਅਾ ਕਰਵਾੲੇ ਸਬੂਤਾਂ ਤੇ ਸੂਚਨਾਵਾਂ ਦੀ ਵਿਸਥਾਰ ਨਾਲ ਜਾਂਚ ਕਰੇਗਾ। ੲਿਸ ਮੌਕੇ ਦੋਵਾਂ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀਅਾਂ ਨੇ ਅਾਪਸੀ ਸਹਿਯੋਗ ਨਾਲ ਅਤਿਵਾਦ ਨਾਲ ਮੁਕਾਬਲਾ ਕਰਨ ਦਾ ਸੰਕਲਪ ਲਿਅਾ। ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਟੈਲੀਫੋਨ ’ਤੇ ਹੋੲੀ ੲਿਸ ਗੱਲਬਾਤ ਬਾਰੇ ਕੋੲੀ ਰਸਮੀ ਬਿਅਾਨ ਜਾਰੀ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ। ਸ਼ਰੀਫ ਵੱਲੋਂ ਟੈਲੀਫੋਨ ੳੁਦੋਂ ਕੀਤਾ ਗਿਅਾ ਜਦੋਂ ਹਮਲੇ ਵਿੱਚ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦਾ ਸਬੰਧ ਸਪਸ਼ਟ ਹੋ ਗਿਅਾ। ਕੌਮੀ ਜਾਂਚ ੲੇਜੰਸੀ ਦੇ ਮੁਖੀ ਸ਼ਰਦ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ੲਿਸ ਵਿੱਚ ਪੂਰ ਯਕੀਨ ਹੈ ਕਿ ਹਮਲਾਵਾਰ ਪਾਕਿਸਾਤਨੀ ਸਨ।
-ਪੀਟੀਅਾੲੀ

ਪਾਕਿ ਭੇਜੇ ਜਾਣਗੇ ਡੀਅੈਨੲੇ ਨਮੂਨੇ

ਨਵੀਂ ਦਿੱਲੀ: ਭਾਰਤ ਵੱਲੋਂ ਪਠਾਨਕੋਟ ਹਮਲੇ ਬਾਰੇ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਨੂੰ ਦਸਤਾਵੇਜ਼ਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ ਮਾਰੇ ਗੲੇ ਛੇ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਦੇ ਡੀਅੈਨੲੇ ਨਮੂਨੇ, ਟੈਲੀਫੋਨ ਕਾਲ ਵੇਰਵੇ ਤੇ ਹੋਰ ਸੂਚਨਾਵਾਂ ਭੇਜੀਅਾਂ ਜਾਣਗੀਅਾਂ। ਸੂਤਰਾਂ ਮੁਤਾਬਕ ੲਿਸ ਹਮਲੇ ਨੂੰ ਕਰਵਾੳੁਣ ਵਾਲਿਅਾਂ ਨੂੰ ਫਡ਼੍ਹਨ ਲੲੀ ਅਜਿਹਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ।
 -ਪੀਟੀਅਾੲੀ

ਅੈਸਪੀ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ ਸੀ: ਡੀਜੀਪੀ

ਪਠਾਨਕੋਟ: ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਡੀਜੀਪੀ ਸੁਰੇਸ਼ ਅਰੋਡ਼ਾ ਨੇ ਅੱਜ ਉਨ੍ਹਾਂ ਰਿਪੋਰਟਾਂ ਨੂੰ ਰੱਦ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਹੈ ਕਿ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਤੋਂ ਬਚ ਕੇ ਨਿਕਲੇ ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ ਦੇ ਅੈਸਪੀ ਸਲਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ’ਤੇ ਕਾਰਵਾਈ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਸੀ। ਅੈਸਪੀ ਨੇ ਕਥਿਤ ਤੌਰ ’ਤੇ ਦਾਅਵਾ ਕੀਤਾ ਸੀ ਕਿ ਜੇਕਰ ਉਸ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ’ਤੇ ਫੌਰੀ ਕਾਰਵਾਈ ਹੁੰਦੀ ਤਾਂ ਪਠਾਨਕੋਟ ਦੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਨੂੰ ਟਾਲਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਸੀ। ਅੱਜ ਇਥੇ ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਾਨਫਰੰਸ ਵਿੱਚ ਡੀਜੀਪੀ ਨੇ ਕਿਹਾ, ‘ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਕੇਂਦਰ ਨਾਲ ਤੁਰੰਤ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ ਸੀ।’ ਸੰਭਾਵੀ ਹਮਲੇ ਬਾਰੇ ਅਲਰਟ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ ਹਮਲਾ  ਰੋਕਣ ’ਚ ਨਾਕਾਮ ਰਹਿਣ ’ਤੇ ਪੁਲੀਸ ਦੀ ਅਣਗਹਿਲੀ ਬਾਰੇ ਪੁੱਛਣ ’ਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ, ‘ਜੇਕਰ ਅਲਰਟ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੋਇਆ ਤਾਂ ਇਹ ਕਦੇ ਵੀ ਨਹੀਂ ਹੋਇਆ ਹੋਵੇਗਾ ਕਿ ਇਸ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਨਾ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੋਵੇ। ਪਡ਼ਤਾਲ ਵਿੱਚ ਇਹ ਸਭ ਸਾਹਮਣੇ ਆ ਜਾਵੇਗਾ।’ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਹਮਲੇ ਦੀ ਜਾਂਚ ਅੈਨਆਈਏ ਆਪਣੇ ਹੱਥਾਂ ਵਿੱਚ ਲੈ ਚੁੱਕੀ ਹੈ। ਅੈਨਆਈਏ ਤੇ ਪੰਜਾਬ ਪੁਲੀਸ ਇਸ ਕੇਸ ਦੀ ਸਾਂਝੇ ਤੌਰ ’ਤੇ ਜਾਂਚ ਕਰੇਗੀ।
-ਪੀਟੀਆਈ   

ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੀ ਮਦਦ ਲਵੇਗੀ ਅੈਨਅਾੲੀੲੇ

ਨਵੀਂ ਦਿੱਲੀ: ਅਤਿਵਾਦ ਵਿਰੋਧੀ ਜਾਂਚ ੲੇਜੰਸੀ ਦੇ ਮੁਖੀ ਸ਼ਰਦ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਅੱਜ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪਠਾਨਕੋਟ ’ਤੇ ਹੋੲੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਹਮਲੇ ਦਾ ਕੇਸ ਸੁਲਝਾੳੁਣ ਲੲੀ ਅੈਨਅਾੲੀੲੇ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੀ ਮਦਦ ਲਵੇਗਾ। ਸ੍ਰੀ ਕੁਮਾਰ ਜੋ ਕਿ ਭਲਕੇ ਪਠਾਨਕੋਟ ੲਿੰਡੀਅਨ ੲੇਅਰ ਫੋਰਸ ਬੇਸ ਜਾਣਗੇ, ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ੲਿਸ ਮਾਮਲੇ ਨੂੰ ਸੁਲਝਾੳੁਣਾ ਬਹੁਤ ਚੁਣੌਤੀਪੂਰਨ ਹੈ ਤੇ ੲਿਸ ਲੲੀ ਕਾਫੀ ਜਾਂਚ ਕੀਤੇ ਜਾਣ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ। ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਦੇ ਪਾਕਿਸਤਾਨੀ ਹੋਣ ਦਾ ਸ਼ੱਕ ਹੈ ਤੇ ੲਿਸ ਦੀ ਪੁਸ਼ਟੀ ਲੲੀ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੀ ਮਦਦ ਵੀ ਲੲੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ।
 -ਪੀਟੀਅਾੲੀ

ਸਾਡੀਅਾਂ ਕੁੱਝ ਕਮੀਅਾਂ ਦਾ ਲਾਹਾ ਲੈ ਗੲੇ ਅਤਿਵਾਦੀ: ਪਰੀਕਰ

Posted On January – 5 – 2016

ਐਨ. ਪੀ. ਧਵਨ
ਪਠਾਨਕੋਟ , 5 ਜਨਵਰੀ
ਰੱਖਿਆ ਮੰਤਰੀ ਮਨੋਹਰ ਪਰੀਕਰ ਨੇ ਅੱਜ ੲਿਥੇ ਮੰਨਿਆ ਹੈ ਕਿ ਕੁੱਝ ਕਮੀਅਾਂ ਸਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਫਾੲਿਦਾ ਲੈਂਦਿਅਾਂ ਵਰਦੀਧਾਰੀ ਅਤਿਵਾਦੀ ੲਿਥੋਂ ਦੇ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ਵਿੱਚ ਦਾਖਲ ਹੋ ਗੲੇ। ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਸਪਸ਼ਟ ਕੀਤਾ ਕਿ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ਅੰਦਰੇ ਰਹਿੰਦੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਅਾ ਤੇ ਹਵਾੲੀ ਜਹਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਬਚਾੳੁਣ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਲੰਮਾ ਖਿੱਚ ਗਿਅਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਰੇ ਛੇ ਅਤਿਵਾਦੀ ਮਾਰੇ ਜਾ ਚੁੱਕੇ ਹਨ। ੲਿਨ੍ਹਾਂ ਕੋਲ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਵਿੱਚ ਬਣਿਅਾ ਸਾਜ਼ੋ ਸਾਮਾਨ ਸੀ। ਅੱਡੇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਤਲਾਸ਼ੀ ਮੁਹਿੰਮ ਹਾਲੇ ਵੀ ਜਾਰੀ ਹੈ, ਜੋ ਭਲਕੇ ਤੱਕ ਜਾਰੀ ਰਹੇਗੀ। ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਅੈਲਾਨ ਕੀਤਾ ਕਿ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਦੌਰਾਨ ਜਾਨਾਂ ਵਾਰਨ ਵਾਲੇ ਸਾਰੇ ਸੁਰੱਖਿਅਾ ਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਹੀਦ ਦਾ ਦਰਜਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਤੇ ਜ਼ਖ਼ਮੀਅਾਂ ਦਾ ਵੀ ਸਨਮਾਨ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ।
ੲਿਥੇ ੲੇਅਰ ਬੇਸ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਨ ਬਾਅਦ ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਨਾਲ ਗੱਲਬਾਤ ਕਰਦਿਅਾਂ ੳੁਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਅਸਲ ਵਿੱਚ ੲਿਹ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਸ਼ਨਿਚਰਵਾਰ ਤਡ਼ਕੇ 3.30 ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਕੇ 36 ਘੰਟੇ ਚੱਲਿਆ ਅਤੇ ਇਸ ਦੌਰਾਨ 6 ਅਤਿਵਾਦੀ ਮਾਰੇ ਗਏ। ੲਿਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਤਲਾਸ਼ੀ ਮੁਹਿੰਮ ਹੀ ਚੱਲ ਰਹੀ ਹੈ। ਦੋ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਦੀਆਂ ਲਾਸ਼ਾਂ ਬੁਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਜਲ ਗਈਆਂ ਸਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸਰੀਰ ਦੇ ਕੁੱਝ ਹਿੱਸੇ ਮਿਲੇ ਹਨ, ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਦੋਹਾਂ ਬਾਰੇ ਡੀਐਨਏ ਟੈਸਟ ਕਰਵਾਉਣ ਬਾਅਦ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੋ ਸਕੇਗਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਦੇ ਪਾਕਿਸਤਾਨੀ ਹੋਣ ਦਾ ਸੰਕੇਤ ਦਿੱਤਾ ਪਰ ਨਾਲ ਹੀ ਕਿਹਾ  ਕਿ ਸਾਰਾ ਮਾਮਲਾ ਆਈਐਨਏ ਦੀ ਜਾਂਚ ਬਾਅਦ ਹੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੋ ਸਕੇਗਾ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਥਲ ਸੈਨਾ ਦੇ ਮੁਖੀ ਜਨਰਲ ਦਲਬੀਰ ਸਿੰਘ ਸੁਹਾਗ, ਹਵਾਈ ਫੌਜ ਦੇ ਮੁਖੀ ਅਰੂਪ ਰਾਹਾ ਅਤੇ ਹੋਰ ਅਧਿਕਾਰੀ ਵੀ ਮੌਜੂਦ ਸਨ।
ਰੱਖਿਆ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਕੋਲੋਂ ਕਾਫੀ ਹਥਿਆਰ, ਗੋਲਾ ਬਰੂਦ ਤੇ ਹੋਰ ਸਾਮਾਨ ਮਿਲਿਆ ਹੈ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਰਾਤ ਨੂੰ ਦੇਖਣ ਵਾਲੇ ਯੰਤਰ, ਏਕੇ-47 ਰਾਈਫਲਾਂ, 40-50 ਕਿੱਲੋ ਦੇ ਕਰੀਬ ਗੋਲੀਅਾਂ ਤੇ ਗੋਲੇ, ਜੋ ਅੰਡਰ ਬੈਰਲ ਗਰਨੇਡ ਲਾਂਚਰ ਰਾਹੀਂ ਚਲਾੲੇ ਜਾ ਰਹੇ ਸਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਐਨਐਸਜੀ ਗਰੁੜ ਕਮਾਂਡੋ ਅਤੇ ਥਲ ਤੇ ਹਵਾੲੀ ਸੈਨਾਵਾਂ ਦੇ ਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਬੜੀ ਸੂਝ ਬੂਝ ਨਾਲ ਸਾਰੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ (ਸੰਪਤੀਆਂ) ਤੇ ਏੇਅਰ ਬੇਸ ਅੰਦਰ ਰਹਿ ਰਹੇ 3 ਹਜ਼ਾਰ ਦੇ ਕਰੀਬ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਬਚਾਇਆ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਏਅਰ ਬੇਸ ਅੰਦਰ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਟਰੇਨੀ ਸਨ। ੲਿਨ੍ਹਾਂ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਬਚਾਉਣ ਕਾਰਨ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਖਤਮ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਦੇਰੀ ਹੋਈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਏਅਰ ਬੇਸ ਦੀ ਭੂਗੋਲਿਕ ਸਥਿਤੀ ਤੇ ੲਿਸ ਦੇ 25.47 ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਵਿੱਚ ਫੈਲੇ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਵੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਬਲਾਂ ਨੂੰ ਉਥੇ ਤਾਇਨਾਤ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਦੇਰੀ ਜ਼ਰੂਰ ਹੋਈ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਡੀਐਸਸੀ ਦੇ ਸ਼ਹੀਦ ਜਵਾਨ ਜਗਦੀਸ਼ ਚੰਦ ਦੀ ਪ੍ਰਸ਼ੰਸਾ ਕਰਦਿਅਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਨਿਹੱਥਾ ਹੋਣ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ ੳੁਹ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਨਾਲ ਗੁੱਥਮ-ਗੁੱਥਾ ਹੋਇਆ ਤੇ ਉਸ ਨੇ ਰਾਈਫਲ ਖੋਹ ਕੇ ਇੱਕ ਅਤਿਵਾਦੀ ਨੂੰ ਢੇਰ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਬਾਕੀ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਨੇ ਬਾਅਦ ਵਿੱਚ ਉਸ ਨੂੰ ਵੀ ਸ਼ਹੀਦ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਕਿ 85 ਘੰਟੇ ਇਹ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਚੱਲਿਆ ਜਦ ਕਿ ਪਹਿਲੇ 36 ਘੰਟਿਅਾਂ ਵਿੱਚ ਹੀ ਅਤਿਵਾਦੀਅਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦਿੱਤਾ ਗਿਅਾ ਸੀ। ਬਾਅਦ ਵਾਲੇ ਸਮੇਂ ਸਿਰਫ ਤਲਾਸ਼ੀ ਅਭਿਆਨ ਹੀ ਚੱਲਿਆ ਜੋ ਭਲਕ ਤੱਕ ਜਾਰੀ ਰਹਿ ਸਕਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਜਿੰਨੀ ਧਮਾਕਾਖੇਜ਼ ਸਮੱਗਰੀ ਮਿਲੀ ਹੈ ੳੁਸ ਤੋਂ ਖਦਸ਼ਾ ਹੈ ਕਿ ਕਿਧਰੇ ਹੋਰ ਵੀ ਬੰਬ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕੀਤਾ ਕਿ ਹਵਾਈ ਅੱਡੇ ਦੀ ੲਿਮਾਰਤ ਅਤੇ ਏਅਰ ਫੋਰਸ ਜਵਾਨਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹਨ। 6 ਮਹੀਨਿਆਂ ਦੇ ਵਿੱਚ ਹੀ ਪੰਜਾਬ ਅੰਦਰ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਦੇ ੲਿਸ ਦੂਸਰੇ ਹਮਲੇ ਤੇ ਭਵਿੱਖ ਵਿੱਚ ਰਾਜ ਅੰਦਰ ਅਜਿਹਾ ਕੋੲੀ ਹੋਰ ਹਮਲਾ ਹੋਣ ਬਾਰੇੇ ਸੁਅਾਲ ਦਾ ਜਵਾਬ ਸ਼੍ਰੀ ਪਰੀਕਰ ਇਹ ਕਹਿ ਕਿ ਟਾਲ ਗਏ ਕਿ ਸਾਰੇ ਮਾਮਲੇ ਦੀ ਜਾਂਚ ਹੋਣ ਬਾਅਦ ਹੀ ਕੁੱਝ ਕਿਹਾ ਜਾ ਸਕੇਗਾ। ੳੁਹ ਹਾਲੇ ੲਿਸ ਗੱਲ ਤੋਂ ਫਿਕਰਮੰਦ ਹਨ ਕਿ ਅਤਿਵਾਦੀ ਭਾਰਤ ਅੰਦਰ ਕਿਵੇਂ ਦਾਖਲ ਹੋਏ? ੲਿਸ ਵਿੱਚ ਬੀਅੈਸਅੈਫ ਕਥਿਤ ਅਣਗਹਿਲੀ ਬਾਰੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਬੀਐਸਐਫ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕੋਲ ਅਧੀਨ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਜਾਂਚ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਉਹ ਕੁੱਝ ਨਹੀਂ ਕਹਿਣਾ ਚਾਹੁੰਦੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪਤਾ ਹੈ ਕਿ ਇਹ ਅਤਿਵਾਦੀ ਕਿੱਥੋਂ ਆੲੇ ਸਨ, ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਕਿਸ ਨਾਲ ਸਬੰਧ ਸੀ ਤੇ ਕਿਸ ਨੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਭੇਜਿਆ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਦੇ ਖਤਮ ਹੋਣ ਬਾਅਦ ਕਮੀਆਂ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਅਤੇ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਨੂੰ ਹੋਰ ਮਜ਼ਬੂਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਸੂਤਰਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਦੇ ਬੂਟਾਂ ਉਪਰ ‘ਮੇਡ ਇਨ ਪਾਕਿਸਤਾਨ’ ਲਿਖਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕੋਲੋਂ ੳੁਤੇਰਕ ਗੋਲੀਆਂ ਅਤੇ ਫਸਟ ਏਡ ਕਿੱਟ ਵੀ ਮਿਲੀ ਹੈ।
ਅੱਜ ਵੀ ਹਵਾਈ ਜਹਾਜ਼ ਤੇ ਹੈਲੀਕਾਪਟਰ ਹਵਾਈ ਅੱਡੇ ਉਪਰ ਉਡਦੇ ਰਹੇ ਅਤੇ ਨਿਗਰਾਨੀ ਰੱਖਦੇ ਰਹੇ। ਇਸ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਵਿੱਚ ਸੀ 1-30 ਜਹਾਜ਼, ਹੈਲੀਕਾਪਟਰ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਧਰੁਵ, ਐਮ 1-17 ਤੇ ਐਮ 1-35 ਸ਼ਾਮਲ ਹਨ, ਵਰਤੇ ਗੲੇ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਲੱਗੇ ਸੈਂਸਰ ਤੇ ਸੂਖਮ ਯੰਤਰ ਹੇਠਾਂ ਹਵਾਈ ਅੱਡੇ ਅੰਦਰ ਅਤਿਵਾਦੀਆਂ ਦੀਆਂ ਹਰਕਤਾਂ ਉਪਰ ਨਿਗਰਾਨੀ ਰੱਖਦੇ ਰਹੇ। ਡਰੋਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਵੀ ਕੀਤੀ ਗੲੀ। ਇਹ ਅਪਰੇਸ਼ਨ ਸਭ ਤੋਂ ਲੰਬਾ ਸਾਬਿਤ ਹੋਇਆ ਹੈ।

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