दलेर सिंह/हप्र
जींद, 24 फरवरी (हप्र)
साहब! पोते को शादी करने के लिए बार-बार कह रहा था, वह माना नहीं और देश के लिए शहीद हो गया। साहब! पोते की शादी नहीं देख सका। इतना कहते ही बजुर्ग बलवंत सिंह की आंखे नम हो जाती हैं और भारतीय सेना के नॉर्दन जोन के लेफ्टिनेंट जरनल शौकीन चौहान उनका ढांढस बंधाते हैं। शहीद कैप्टन पवन कुमार के पिता राजबीर अपनी छाती पर हाथ रखकर इतना ही कह पाये कि बेटे पर गर्व है। लेफ्टिनेंट जरनल शौकीन चौहान बुधवार को शहीद कैप्टन पवन कुमार के शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देने के लिए जींद पंहुचे थे। मथूरा से सेना के हेलीकॉप्टर में सवार होकर लेफ्टिनेंट जरनल जींद की पुलिस लाइन में उतरे और फिर अर्बन इस्टेट स्थित शहीद कैप्टन पवन कुमार के घर जाकर लगभग आधा घंटा तक शहीद के पिता राजबीर एवं अन्य परिजनों से बातचीत की। लेफ्टिनेंट जरनल शौकीन चौहान ने परिजनों का ढांढ़स बंधवाते हुए कहा कि शहीद पवन कुमार भारतीय सेना का हीरो थे। उन्होंने आखिरी दम तक देश के दुश्मनों के साथ लड़ाई लड़ी और देश की आन-बान और शान को बरकरार रखने में सफलता हासिल की । ऐसे बहादूर सैन्य अधिकारी की शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे बहादूर अधिकारी के परिजनों की सहायता में कसर बाकी नहीं रखेगी। जींद स्थित चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में पंहुचकर उन्होंने कहा कि सच्ची लगन और कड़ी मेहनत का सहारा लेकर आगे बढ़ोगे तो जीवन में कोई भी चुनौती बाकी नहीं रहेगी ,ऐसा करके आप अपने भाग्य को भी बदल सकते है।
साहब! पोते की शादी नहीं देख पाया
Posted On February – 24 – 2016