Sanjha Morcha

शहीद ओमप्रकाश की ससम्मान अंत्येष्टि

Posted On February – 22 – 2016

शिमला,22 फरवरी (निस)
ओम प्रकाश की शहादत पर न केवल उसके पिता नेक राम बल्कि पूरे देश को गर्व है। नेक राम का कहना है कि अपने बेटे के अधूरे सपनों को अब वह खुद समाज के सहयोग से पूरा करेंगे और उनकी बेटियों को बेहतर शिक्षा देंगे। जम्मू कश्मीर के पम्पोर में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए ओम प्रकाश का पार्थिव शरीर आज उनके गांव चिक्खर लाया गया।
उनकी पार्थिव देह चायल स्थित हेलीपैड तक हेलीकॉप्टर से लाई गई जहां से सेना और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में उसे उसके पैतृक गांव चिक्खर लाया गया। शहीद ओमप्र्काश का आज ही उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर ज़िला प्रशासन की और से एस डी एम ने ओम प्रकाश को श्रद्धासुमन अर्पित किये जबकि सेना की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी। ओम प्रकाश के पिता नेक राम ने दैनिक ट्रिब्यून से कहा कि उनकी अंतिम बार 20 फ़रवरी को ओम प्रकाश से बात हुई थी और उसने 7 मार्च को छुट्टी आना था। ओम प्रकाश इससे पहले जब छुट्टी आया था तो अपना नया घर बनाने के लिए निर्माण का सारा सामान एकत्र कर गया था। इस बीच, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने लांस नायक ओम प्रकाश की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

जोगेंद्रनगर के राजकुमार राणा आंतकी हमले में शहीद

मंडी (निस) श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पम्पोर में सीआरपीएफ दल पर हुए आतंकवादी हमले में जोगेंद्रनगर के कांस्टेबल राजकुमार राणा शहीद हो गये।
सीआरपीएफ में बतौर चालक तैनात कांस्टेबल राज कुमार राणा सीआरपीएफ की रुटीन गश्त पर थे कि आतंकवादी हमले का शिकार हो गये। लगभग 40 वर्षीय राज कुमार राणा की शहादत का समाचार सुनते ही उनके घर में शोक प्रकट करने वाले नाते रिश्तेदारों व अन्य लोगों का तांता लग गया।