इस्लामाबाद, 10 जून (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना की सख्त कार्रवाई के बीच पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शनिवार को नियंत्रण रेखा से लगे अग्रिम क्षेत्र का दौरा किया। इसके बाद रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारत की अग्रिम सैन्य चौकियों और रिहायशी इलाकों में भारी गोलीबारी की।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने कृष्णा घाटी में नियंत्रण रेखा के पार से मोर्टार बम फेंके और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय जवानों ने भी कड़ा जवाब दिया। देर रात तक गोेलाबारी जारी रही। खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने कृष्णा घाटी और बलनोई इलाकों में नियंत्रण रेखा पर रिहायशी आबादी और गांवों को भी निशाना बनाया।
इससे पहले एलओसी दौरे के दौरान जनरल बाजवा ने कश्मीर को लेकर बयानबाजी की और भारत को चेताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को समर्थन देता रहेगा। यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना किसी भी खतरे को नाकाम करने में सक्षम है, चाहे वह किसी भी मोर्चे पर हो।
माना जा रहा है कि बाजवा ने ऐसा कह कर भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के उस बयान का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत ढाई मोर्चे पर लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।
एक अौर आतंकी ढेर
श्रीनगर: सेना ने शनिवार को गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम करते हुए एक आतंकवादी को ढेर कर दिया। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा की पहरेदारी कर रहे सैनिकों ने आतंकियों को सीमा पार से घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश करते देखा। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गयी, जिसमें एक आतंकी मारा गया। इस अभियान के साथ पिछले 4 दिनों में उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर मुठभेड़ों में 14 आतंकवादी मारे गए हैं।
इनमें से एक मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया था। सेना की उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा था कि घुसपैठ की चारों कोशिशों में पाकिस्तानी बलों ने भारी क्षमता वाले तोपखाने सहित तमाम तरीके से सक्रिय मदद मुहैया करायी। शुक्रवार को उड़ी सेक्टर में 6 आतंकियों और शनिवार को गुरेज में एक आतंकी को ढेर करने के साथ सेना ने उत्तरी कश्मीर में एक पखवाड़े से भी कम समय में घुसपैठ की 8 कोशिशें नाकाम की हैं।
युवाओं को गुमराह किया जा रहा है : रावत
देहरादून: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि शांति विरोधी ताकतें जम्मू-कश्मीर में युवाओं को गलत सूचना देकर गुमराह कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को इसका मुकाबला करने के उपाय तलाशने होंगे। वह आईएमए में जेंटलमेन कैडेट को संबोधित कर रहे थे। रावत ने आतंकवाद को देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए कैडेट्स से कहा कि वे स्थिति से निपटने के लिए खुद को तैयार करें।
महिला जवानों की होगी भर्ती : सेना प्रमुख रावत ने कहा कि सेना के ऑपरेशन के दौरान कई बार महिलाएं सामने आ जाती हैं। विभिन्न घरेलू मोर्चों पर जूझने के लिए महिला जवानों की जरूरत है, इसलिए सेना में महिला जवानों की भर्ती की जाएगी। रावत ने कहा पहले मिलिटरी पुलिस में महिलाओं की भर्ती करेंगे, अगर सफलता मिलती है तो आगे विचार होगा।
हरियाणा के 49 युवा बने सैन्य अफसर : सेना प्रमुख ने 490 जेंटलमेन कैडेट की पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता की। अकादमी से ट्रेनिंग पूरी करने के वाले 490 कैडेट में 67 मित्र देशों से हैं। उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक 74, हरियाणा के 49, उत्तराखंड के 40, राजस्थान के 30, बिहार के 28 और दिल्ली के 23 कैडेट हैं।